चंद्रशेखर आज़द ने योगी और मोदी को कहा दलित विरोधी, साथ ही किया यह बड़ा ऐलान

दो अप्रैल को दलित आंदोलन के समय हुए हिंसा में जेल में बंद दलितों की रिहाई को लेकर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने शनिवार को मुजफ्फरनगर कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया। वही धरने के दौरान चंद्रशेखर ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की भाजपा दलित विरोधी है।आज़ाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित विरोधी हैं। इनकी सरकारों में ही निर्दोष दलितों को रासुका में बंद किया गया है।
प्रशासन ने योगी और मोदी के इशारो पर ही दलितों पर गोलियां चलवाई, जिसमें एक दलित की मौत हुई है। हिंसा के दौरान मारे गए दलित के परिवार को अभी तक सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली और न ही न्याय मिला है। इनकी रिहाई के लिए भीम आर्मी पूरे देश में आंदोलन करेगी।
भीम आर्मी के सभी कार्यकर्ता ने मोदी और योगी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करी और उन्होंने कहा की पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के इशारे पर ही निर्दोष दलितों पर जुल्म ढहाए गए। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा की दो अप्रैल को दलितों ने शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन किया। फिर भी मुज़्ज़फरपुर में पुलिस ने दलितों पर खुद गोलियां चलाई। हमारे एक साथी की मौत हो गई, जिसके परिवार को आज तक न्याय नहीं मिला है।
आंदोलन में आए हमारे सभी निर्दोष साथियो को पुलिस ने जेल में डाल दिया और उनको खूब पीटा गया। तीन लोगों पर रासुका भी लगा दी गई। हमारे ही कार्यकर्ता की मौत हुई है। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने कहा की यदि पुलिस और प्रशासन ने जेल में बंद हमारे सभी साथियो को रिहा नहीं किया तोपूरे देश में भीम आर्मी आंदोलन चलाएगी। इसकी शुरुआत यहीं से हो गई है। इस अवसर पर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन एडीएम वित्त आलोक कुमार को दिया गया।
ज्ञापन में भीम आर्मी ने हिंसा के दौरान झूठे एवं फर्जी मुकदमों में जेलों में डाले गए दलित समाज के लोगों पर दर्ज मुकदमे वापस लेकर तत्काल रिहा करने, निर्दोषों से रासुका हटाने, प्रशासनिक हिंसा में मरने वाले लोगों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, मृतक आश्रितों को एक करोड़ देने, कमजोर वर्ग के लोगों को शस्त्र लाइसेंस देने, आंदोलन को हिंसा का रूप देने वाले अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग रखी गई।
दलित युवाओं के साथ सेल्फी लेते नज़र आये आज़ाद
चंद्रशेखर के साथ सेल्फी लेने को दलित युवाओं में काफी क्रेज देखा गया। आज़ाद ने दलित युवाओं ने भीम आर्मी के प्रति काफी क्रेज़ देखा और आज़ाद भी युवाओं के साथ काफी दिएर तक सेल्फी लेते दिखे हालांकि चंद्रशेखर भी युवाओं में घुलते मिलते दिखाई दिए।
