भाजपा नेता ने खोली गिरती जीडीपी को लेकर मोदी की पोल, लगाया बड़ा आरोप

भारत में बढ़ती मंदी और घटती जीडीपी के कारण भाजपा सरकार पर सवाल उठ रहे है। वही अब भाजपा के मंत्री ही भाजपा के कामकाजो को लेकर उनसे सवाल कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये है। उन्होंने कहा है कि भारत 10 फीसदी की विकास दर हासिल कर सकता है। गुरुवार 5 सितंबर 2019 को ट्वीट कर उन्होंने विकास दर को बढ़ाने के लिए सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक्शन ले तो ऐसा आसानी से किया जा सकता है। हालाँकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर लगातार पांचवी तिमाही में कम होकर 5 प्रतिशत रह गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने खुद ही माना है की सरकार चाहे तो आसानी से इस मंदी और लुढ़कती जीडीपी पर काबू पा सकती है। भाजपा में ज्ञान की कमी है उनको नहीं पता की इस मंदी की कैसे निकला जाए। भाजपा जानबूझकर भारत की जीडीपी को लुढ़कता देख रही है और कोई सख्त एक्शन या नीति नहीं बना पा रही है। देश की मौजूदा अर्थव्यवस्था के हालातों पर सरकार को लगातार घेर रहे स्वामी ने घटती जीडीपी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया ‘भारत की मौजूदा जीडीपी को बदलकर सालाना 10 प्रतिशत से ज्यादा किया जा सकता है। अगर सरकार रिफॉर्म पैकेज में रियायत दे तो ऐसा बिल्कुल संभव है। वित्त मंत्रालय के हर महीने के शिगूफे से दिक्कत और बढ़ती जा रही है। अब एक्शन का वक्त है।’
हालांकि यह पहला मौका नहीं जब स्वामी ने सरकार की आलोचना की हो। इससे पहले शनिवार को उन्होंने नई आर्थिक नीति के लिए ‘साहस’ और ‘ज्ञान’ की कमी के लिए भाजपा सरकार की खिंचाई की थी। स्वामी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सरकार को जल्द ही नई आर्थिक नीति के लिए दोनों साहस और ज्ञान की आवश्यकता है। जो की भाजपा सरकार के पास नहीं है।
भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई GST से भारत की GDP पर असर पड़ा है जो लोग स्वरोजगार कर रहे हैं और 5 से 10 लोगों को नौकरी दे रहे हैं वे भी आज के समय संघर्ष कर रहे हैं और अपने बिज़नस को बंद करने की कगार पर खड़े है। एक के बाद एक करके, उन्हें किराए, बिजली, पानी, वेतन और फिर जीएसटी सबकी मार उनपर पड़ती जा रही है ।
वहीं एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार पर धीमी अर्थव्यस्था को लेकर बुधवार को भाजपा पर निशाना साधा। शिवसेना ने कहा है कि मोदी सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए। शिवसेना के मुताबिक अगर मोदी सरकार ऐसा करेगी तो यह राष्ट्रहित में होगा। हाल ही में मनमोहन सिंह ने एक वीडियो जारी कर मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में लिए गए फैसलों को अर्थव्यवस्था के लिए घातक बताया था। उन्होंने कहा है कि अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालातों ने देश को लंबे समय की मंदी की तरफ धकेल दिया है।
