महारष्ट्र में बीजेपी मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करते वक्त लिया सेल्फी, हुई खूब आलोचना

एक तरफ देश के कई राज्यों में बाढ़ से हजारो लोगो को परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है, वही दूसरी और कुछ नेता इस मामले को गंभीरता से लेने की बजाय अपना मनोरजन करने में लगे है। दरअसल महारष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित जिला सांगली क्षेत्र का दौरा करते वक्त एनडीआरएफ की नाव में सवार होकर सेल्फी लेते हुए दिखे।
मंत्री गिरीश महाजन के इस करतूतू के बाद से उनकी खूब आलोचना हो रही है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे सहित तमाम विपक्षी दलों ने उनकी आलोचना की है। चारो तरफ से आलोचना होने के बाद .गिरीश महाजन ने अपना बचाव करते हुए ट्वीट कर जवाब दिया। गिरीश महाजन ने एक वीडियो शेयर कर ट्वीट किया की, “4 दिन से लोग जहां फंसे थे वहां पहुंचकर मदद की. घर मे बैठ बाढ़ पर ट्वीट और ट्रोल कर राजनीति करने वाले विपक्षी नेताओं का मनोरंजन हो गया हो तो मौके पर आकर मदद करने में हाथ बढ़ाएं.”
हालांकि मंत्री गिरीश महाजन ने यह ट्वीट मराठी भाषा में किया। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गिरिश महाजन पर निशाना साधते हुए कहा था, “कोल्हापुर और सांगली में बाढ़ आई हुई है. मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से घूम रहे हैं. हेलीकॉप्टर नीचे उतर नहीं रहा है. गिरीश महाजन सेल्फी लेते घूम रहे हैं. इन लोगों को कोई शर्म और चिंता नहीं है, क्योंकि इन्हें पता है कि कुछ भी हुआ चुन कर तो यही आएंगे.’
वहीँ इसी बीच विपक्षी राकांपा ने भी गिरीश महाजन पर उनपर निशाना साधा। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया कि क्या मंत्री घूमने गए थे। राकांपा ने कहा मुख्यमंत्री को ‘असंवेदनशील’ जल संसाधन मंत्री से इस्तीफा देने को कहना चाहिए।
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि विधायक महाजन एनडीआरएफ की नाव पर सवार हैं। इस दौरान वह मुस्कुरा रहे हैं और मोबाइल से सेल्फी ले रहे हैं। गिरीश महाजन की दो सेल्फी वीडियो क्लिप सामने आने के बाद से ही वह विवादों में घिर गए। महाजन के साथ एक अज्ञात व्यक्ति पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर में पानी के बीच सेल्फी वीडियो बनाता देखा गया।
गिरीश महाजन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करते वक्त सेल्फी लेना उचित नहीं लगता है। उन्हें यह समझना चाहिए की मनोंरजन का भी कोई निश्चित समय होता है। मंत्री को यह मालूम होना चाहिए की उनकी एक गलती से लोगो की बीच उनका विश्वास कम हो सकता है। वही इसके साथ ही आलोचना कर रहे मनसे प्रमुख की भी प्रभवित लोगो के प्रति कुछ जिम्मदारी बनती है।
