सरस्वती विसर्जन के दौरान दबंगों ने दलितों पर की अंधाधुंध फायरिंग, दलित लड़की की हुई मृत्यु

मामला वैशाली जिले का है जहाँ सरस्वती विसर्जन को लेकर दबंगो और दलितों के बिच घमासान छिड़ गया था। बवाल होने पर दबंगों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान एक दलित लड़की को गोली लग गयी जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना हाजीपुर के सदर थाना क्षेत्र में आने वाले दिग्घी खुर्द गांव की है।
यह मामला दरअसल गाने बजाने को लेकर शुरू हुआ। दलित जाति के लड़के पूजा के बाद मां सरस्वती की प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए ले जा रहे थे। विसर्जन यात्रा के दौरान दलित समाज के लोग डीजे बजाते हुए दबंगों के इलाके से गुजर रहे थे। इसी दौरान दबंगों ने दलित समाज के लोगों से डीजे बंद करने को कहा जिसे मानने से उन लोगों ने इनकार कर दिया।
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। जिसके बाद दबंगों ने दलितों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में 15 साल की चांदनी नाम की लड़की की मौत हो गई और 4 अन्य लोग भी घायल हो गए। घायलों को देर रात पटना के PMCH अस्पताल लाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
मामला यहीं नहीं रुका, देर रात दबंगों ने दलितों की बस्ती पर जमकर पथराव भी किया। घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई और जिसके बाद पुलिस ने मौके पर क्विक रिएक्शन टीम को तैनात किया गया. तनावपूर्ण हालात को काबू में करने के लिए भारी संख्या में स्थानीय पुलिस बल को भी लगाया गया है।
देर रात से ही मौके पर पुलिस के आला अधिकारी लगातार घटना स्थल पर कैंप कर रहे हैं और हालात को सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, दलितों ने हाजीपुर में मंगलवार की सुबह रामाशीष चौक के पास सड़क जाम कर दिया और इस घटना के विरोध में जमकर प्रदर्शन भी किया।
मामले को सँभालने के लिए पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और देर रात कई जगहों पर छापेमारी करने के बाद इस घटना में शामिल 11 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
इस पूरी घटना को लेकर हाजीपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच बवाल डीजे बजाने को लेकर हुआ। महेंद्र कुमार ने कहा कि यह पूरा मामला ताकत की लड़ाई का नतीजा है। पुलिस इस मामले की जांच जातीय संघर्ष के एंगल से भी कर रही है।
